आँधियों के रुख से सिंहासन डोलने लगे है!! इंसानी जजबातो को तराजु में तौलने लगे है!! ये है हमारे मोदी जी का जलवा कि सिंहासन खोने के डर से गूँगे भी बोलने लगे है!!
आँधियों के रुख से सिंहासन डोलने लगे है!! इंसानी जजबातो को तराजु में तौलने लगे है!! ये है हमारे मोदी जी का जलवा कि सिंहासन खोने के डर से गूँगे भी बोलने लगे है!!
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